रतनपुर बॉर्डर पर भारत-पाक बंटवारे के दौर जैसी तस्वीरें, यहां हर दिन करीब 20 हजार लोग घर लौटने के लिए इकट्ठा हो रहे

रतनपुर बॉर्डर से ग्राउंड रिपोर्ट.  ये तस्वीरें ब्लैक एंड व्हाइट जरूर हैं, लेकिन इन्हें आप 1947 के बंटवारे के समय की तस्वीरें न समझिएगा। ये उस दौर की भारत-पाकिस्तान सरहद की तस्वीरें नहीं, आज के रतनपुर बॉर्डर की तस्वीरें हैं। राजस्थान और गुजरात को जोड़ती इस बॉर्डर पर पिछले दो दिन से ऐसे ही नजारे दिख रहे हैं। कारण एक ही है- पूरा देश लॉकडाउन है।


दरअसल, हजारों की संख्या में राजस्थान के लोग रोजगार की तलाश में गुजरात और महाराष्ट्र का रुख करते हैं। कोरोना से बचाव के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने जब 21 दिन के लिए पूरे देश को लॉकडाउन कर दिया तो ये लोग चिंता में आ गए। चिंता जायज भी थी, क्योंकि इनमें ज्यादातर लोग दिहाड़ी मजदूर हैं, जो दिनभर काम करने के बाद मिले पैसों से रात का और अगली सुबह का राशन खरीद पाते हैं। अब जब कोई काम ही नहीं है तो भूखे रहने से बेहतर है कि अपने घर को लौट जाएं।


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