रात 8:30 बजे अर्थ ऑवर मनाया, एक घंटे के लिए बंद हुए जरूरी लाइट्स और बिजली के उपकरण

नई दिल्ली/सिडनी. कोरोनावायरस के लॉकडाउन के बीच शनिवार रात 8:30 बजे दुनियाभर में अर्थ आवर (Earth Hour) मनाया गया। इस दौरान ऊर्जा की बचत कर धरती को सुरक्षित रखने के उद्देश्य से लोग अपने घरों की गैर जरूरी लाइट्स और बिजली से चलने वाले उपकरण बंद रखे। 2020 में अर्थ आवर का यह 14 वां संस्करण था और इसकी थीम 'जलवायु परिवर्तन को थामने के कदम और सतत विकास' है। अर्थ आवर डे की शुरुआत वन्यजीव एवं पर्यावरण संगठन 'वर्ल्ड वाइड फंड फॉर नेचर (wwf)' ने 2007 में की थी।


पहली बार इसे साल 2007 में ऑस्ट्रेलिया के सिडनी शहर में मनाया गया। इसमें लोगों से 60 मिनट के लिए सारी लाइटें बंद करने की अपील की गई थी। धीरे-धीरे इसे विश्वभर में मनाया जाने लगा। आज यह एक आंदोलन बन चुका है।  2019 में  ‘अर्थ ऑवर’ की थीम ‘जीने का तरीका बदलो’ था। इसमें 187 देशों के सात हजार से ज्यादा शहरों ने हिस्सा लिया था। 


Popular posts
फेडरेशन कप में सिल्वर विजेता शॉटपुट खिलाड़ी नवीन डोप टेस्ट में फेल, 4 साल का बैन लगा; ओलिंपिक खेलने का सपना भी टूटा
उम्र के आखिरी पड़ाव में खेल रहे 6 स्टार्स का आखिरी ओलिंपिक हो सकता है, टूर्नामेंट एक साल टलने से प्रदर्शन पर असर भी दिखेगा
अर्जेंटीना के फुटबॉलर दिबाला बोले- हर 5 मिनट में सांस फूलने लगती थी, मांसपेशियां भी सख्त हो जाती थीं
कई देशों में लॉकडाउन, लेकिन बेलारूस में अभी भी खेली जा रही फुटबॉल; दर्शकों को भी अनुमति
कोरोनावायरस के कारण सबसे ज्यादा नुकसान खिलाड़ियों का हुआ, मई तक के सारे टूर्नामेंट स्थगित