नई दिल्ली. कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते प्रभाव की वजह से देशभर में लॉकडाउन है। शैक्षणिक संस्थान लंबे समय से बंद हैं। असर सीधा पढ़ाई पर पड़ रहा है। इस आपात स्थिति में कई शिक्षण संस्थान ऑनलाइन लर्निंग के प्लेटफाॅर्म पर शिफ्ट हो गए हैं। यह समय अतिरिक्त प्रयासों के साथ ही बिना पढ़ाई को प्रभावित किए इस आपात स्थिति से लड़ने का है। कोरोना वायरस ने हमारे जीवन के हर पहलू को प्रभावित किया है। सभी शिक्षण संस्थान बंद हैं। और यह नाॅलेज फैक्टर के लिए गंभीर खतरा है। इसका असर तब दिखेगा जब स्टूडेंट्स अपने रुटीन में वापस आएंगे। तब संभव है कि वे नॉलेज और क्षमताओं के स्तर पर आवश्यक परफाॅर्मेंस ना दे पाएं। ऐसी स्थिति ना बने, इसके लिए एजुकेशन टेक्नोलॉजी से जुड़ी कंपनियां या तो नि:शुल्क या बहुत ही कम कीमत पर ऑनलाइन एजुकेशन मुहैया करा रही है।
स्कूली विद्यार्थी के लिए...एक्स्ट्रामॉर्क्स, बायजू, टॉपर जैसी कंपनियां लाईं स्पेशल ऑफर
लॉकडाउन का सबसे ज्यादा असर इन्हीं विद्यार्थियों पर है। क्योंकि ना ये स्कूल जा सकते हैं, ना ही सिलेबस पूरा कर सकते हैं और इसका असर इनके फाइनल एग्जाम्स पर आ सकता है। इन स्टूडेंट्स के लिए एक्सट्रा मार्क्स, बायजूस, टॉपर और वेदांतू जैसी कंपनियों ने मुफ्त या फिर न्यूनतम दरों पर विशेष ऑनलाइन एजुकेशन सर्विस शुरू की है। 11 मार्च को बेंगलुरु स्थित बायजूस ने पहली कक्षा से लेकर 12वीं कक्षा तक के लिए सभी लर्निंग प्रोग्राम्स अप्रैल अंत तक मुफ्त उपलब्ध कराने का एलान किया। इसके तुरंत बाद प्रतिद्वंद्वी कंपनी टॉपर डॉट कॉम ने 31 मार्च तक लाइव और वीडियो क्लासेज के फ्री एक्सेस की घोषणा कर दी। वहीं एक्सट्रामार्क्स डॉट कॉम ने ‘गो टू स्कूल इनिशिएटिव’ शुरू किया है। इसके तहत कोई भी स्कूल, स्टूडेंट्स को पढ़ाने के लिए एक्स्ट्रामार्क्स के इंटरएक्टिव प्लेटफॉर्म का उपयोग कर सकता है। इसके तहत वे विद्यार्थियों को होमवर्क भी दे पाएंगे, साथ ही विद्यार्थी होमवर्क पूरा करने के बाद इसे सबमिट भी कर पाएंगे, जिसे टीचर चेक कर पाएंगे।