लंदन. कोविड-19 ने दुनिया को घुटनों पर ला दिया है। इनमें ब्रिटेन भी है। 28 मार्च तक ब्रिटेन में कुल 759 मौतें हुई थीं, जबकि इससे एक दिन पहले यह आंकड़ा 578 था। यानी एक दिन में 181 की मौतें। 23 मार्च से देश में तीन हफ्तों का लॉकडाउन है। कहा जा रहा है कि इसे बढ़ाकर 12 हफ्तों का किया जाएगा, क्योंकि लोग बाहर निकल रहे हैं और सोशल डिस्टेंसिंग का सही ढंग से पालन नहीं कर रहे है।
प्रिंस चार्ल्स के अलावा ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन और हेल्थ सेक्रेटरी मैट हैन्कॉक, दोनों ही कोरोनावायरस पॉजिटिव पाए गए हैंं। हेल्थ केयर, सोशल केयर, फार्मेसी, पुलिस और दमकल के अलावा सभी सार्वजनिक और निजी इमारतों और दफ्तरों को बंद कर दिया गया है। सोशल डिस्टेंसिंग से जुड़े प्रतिबंध 12 हफ्तों तक बने रह सकते हैं।
सभी अस्पतालों की ओपीडी लगभग बंद
सभी गैर-जरूरी यात्राओं को रोक दिया गया है। यूके आने-जाने वाली 90% फ्लाइट्स कैंसल हैं। ब्रिटेन के सभी स्कूल 20 मार्च से बंद कर दिए गए हैं। ब्रिटेन की राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) जांच करने, अस्पताल तैयार करने और समुदाय में वायरस फैलने से रोकने के लिए गंभीर तनाव में है। सभी अस्पतालों की ओपीडी लगभग बंद हैं। मरीजों को टेलीफोन या वीडियो क्रॉन्फ्रेंसिंग से सलाह लेने के लिए कहा गया है। सभी कम जरूरी ऑपरेशन भी रद्द कर दिए गए हैं।