नई दिल्ली. भारत में लॉकडाउन कामयाब होता दिख रहा है। इसके चलते देश में कोरोनावायरस की रफ्तार चीन, अमेरिका ओर यूरोपीय देशों के तुलना में काफी धीमी है। 22 मार्च को जनता कर्फ्यू के दिन तक देश में 374 केस थे। उसके बाद 8 दिनों में करीब 820 केस सामने आए हैं। यानी एक दिन में औसतन 100 केस ही आए। इसीलिए एक्सपर्ट्स मान रहे हैं कि भारत में कोरोनावायरस 25 दिन बाद भी दूसरी से तीसरी स्टेज में नहीं पहुंच पाया है। जबकि अमेरिका में 10 दिन में ही कोरोनावायरस के केस एक हजार से 20 हजार तक पहुंच गए थे।
आंकड़े क्या कहते हैं : भारत में पहले 50 केस 39 दिन में आए थे, फिर अगले 6 दिन में 150 आए
- भारत में पहले 50 केस 39 दिन में आए थे। उसके बाद 100 तक पहुंचने में 4 दिन ही लगे। 150 तक पहुंचने में भी 4 दिन लगे, लेकिन उसके बाद 200 के आंकड़े तक पहुंचने में सिर्फ 2 दिन लगे। तीसरा स्टेज कम्युनिटी ट्रांसमिशन का होता है, यह स्टेज भारत में अभी तक नहीं आया है।
- अमेरिका में 10 मार्च को एक हजार केस हुए थे। तब यहां कम्युनिटी ट्रांसमिशन शुरू हुआ था। इसके बाद अगले 19 दिनों में यह आंकड़ा 1.42 लाख तक पहुंच गया है। भारत में एक हजार का आंकड़ा 28 मार्च को पहुंचा है। अगर यही रफ्तार रही तो अगले रविवार यानी 5 अप्रैल तक देश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 2 हजार तक पहुंच सकती है।
- दुनिया में भी इस संक्रमण को पहले 1 लाख लोगों तक फैलने में 67 दिन लगे थे, लेकिन उसके बाद अगले 1 लाख लोगों तक ये 11 दिन में ही फैल गया था। जबकि, 2 लाख से 3 लाख तक पहुंचने में इसे सिर्फ 4 दिन का समय लगा था। अब तो एक दिन में 60 हजार से ज्यादा नए केस आ रहे हैं।